70वीं BPSC प्रारंभिक परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे अभ्यर्थियों का धरना प्रदर्शन का आज 11वां दिन है। BPSC कैंडिडेट्स का एक प्रतिनिधि मंडल आज CM नीतीश कुमार से मिल सकती हैं। पटना के गर्दनीबाग धरना स्थल पर शुक्रवार की रात SDM गौरव कुमार और DSP कृष्ण मुरारी प्रसाद की बातचीत अभ्यर्थियों से हुई है।
जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने नीतीश सरकार को आज दोपहर तक का अल्टीमेटम दिया है। जन सुराज पार्टी के अध्यक्ष मनोज भारती ने CM नीतीश कुमार को पत्र लिखकर अभ्यर्थियों के एक प्रतिनिधिमंडल से मिलने की बिनती की है।
क्या है अल्टीमेटम?
प्रशांत किशोर की पार्टी की ओर से कहा गया कि अगर परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर सरकार की तरफ से सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई तो पार्टी छात्रों के साथ मिलकर आंदोलन करेगी और मुख्यमंत्री से मिलने CM कार्यालय जाएगी। इस अल्टीमेटम के बाद पटना प्रशासन ने BPSC तफतर और CM मुख्यालय का सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दिया है।
BPSC परीक्षा कंट्रोलर ने क्या कहा?
BPSC परीक्षा कंट्रोलर राजेश कुमार ने कहा, 70वीं BPSC प्रारंभिक परीक्षा किसी भी हालत में रद्द नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि इससे पहले Normalisation को लेकर आयोग पर काफी दबाव बनाया गया; वह सफल नहीं हुआ तो अब परीक्षा रद्द करने को लेकर दबाव बनाया जा रहा है। मेन्स परीक्षा संभवत: अप्रैल में हो सकती है। अभ्यर्थियों को धरना प्रदर्शन छोड़कर उसकी तैयारी करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कुछ ही अभ्यर्थी पेपर रद्द करने को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, आप पेपर लीक से संबंधित साक्ष्य दें, जिसके बाद आयोग निश्चित रूप से सकारात्मक कार्रवाई करेगी।
CM से प्रतिनिधि मंडल मिलकर क्या कहें?
अधिकतम 5 अभ्यर्थियों का प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने वाले थे लेकिन उनके नहीं होने के कारण उन्हें आयोग के मुख्य सचिव से मिलने दिया गया है। मुलाकात के दौरान प्रतिनिधि मंडल की तरफ से कुछ शर्ते पेस की गई हैं।
- 70वीं BPSC परीक्षा पूरी तरह रद्द हो
- अनियमितता और भ्रष्टाचार का उच्चस्तरीय जांच हो
- अभ्यर्थियों के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं
- अभ्यर्थियों पर असंवैधानिक बल संलिप्त करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएं
- सोनू कुमार के परिवार को मुआवजा दिया जाएं
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