![]() |
BPSC प्रारंभिक परीक्षा मामला पटना हाईकोर्ट में पहुंच गया है। (सोर्स - सोशल मीडिया) |
70वीं BPSC प्रारंभिक परीक्षा रद्द करने को लेकर पटना हाईकोर्ट में जन सुराज की तरफ से 9 जनवरी को दायर किए गए याचिका पर कोर्ट की तरफ से मंजूरी मिल गई है। पार्टी के वकिल प्रणव कुमार ने गुरूवार को अनुच्छेद 226 के तहत रिट याचिका दायर किया था, जिसमें परीक्षा रद्द कर दुबारा से कराने का मांग किया गया था, जिस पर कोर्ट की तरफ से मंजूरी मिल गई है। सुनवाई 31 जनवरी को पटना हाईकोर्ट में होगी।
इसके अलावा, दायर किए गए याचिका में जन सुराज के अधिवक्ता ने यह अनुरोध किया है कि जब तक री-एग्जाम नहीं हो जाता तब तक 13 दिसंबर और 4 जनवरी को समाप्त हुए परीक्षा का परिणाम नहीं घोषित किया जाए। इससे पहले, अभ्यर्थियों का एक प्रतिनिधि मंडल सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन कोर्ट ने उसे खारिज कर हाईकोर्ट में जाने का निर्देश दिया था।
दरअसल, 70वीं BPSC परीक्षा रद्द करने की मांग का मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया था। पटना हाईकोर्ट में बिते बुधवार को जन सुराज पार्टी की तरफ से एक याचिका दायर की गई थी। जन सुराज के अधिवक्ता प्रणव कुमार ने कोर्ट में अनुच्छेद 226 के तहत याचिका दायर किया। दायर किए गए याचिका में पूरी BPSC परीक्षा रद्द कर दुबारा से कराने का निवेदन किया गया था। इसके अलावा, 13 दिसंबर और 4 जनवरी को समाप्त हुए परीक्षा का रिजल्ट जारी नहीं करने का मांग किया गया था।
12 जनवरी को बिहार बंद का ऐलान
प्रशांत किशोर के आमरण अनशन का आज 9वां दिन है।
2 जनवरी की शाम 5 बजे से परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर अनशन शुरु हुआ था।
पटना गांधी मैदान में प्रशासन की अनुमति के बावजूद अनशन पर हजारों अभ्यर्थियों के साथ बैठे रहें।
रात 9 बजे जिला प्रशासन की तरफ से हटने का नोटिस आया।
3 जनवरी को प्रशांत किशोर पर FIR दर्ज हुआ।
3 जनवरी को पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव और उनके कार्यकर्ताओं ने कई जगह पर ट्रेनों और हाइवे को बंद किया था।
4 जनवरी को बापू सभागार परीक्षा परिसर के रद्द हुए परीक्षा को पटना में 22 केंद्रों पर कराया गया।
पटना के DM चंद्रशेखर सिंह ने प्रशांत किशोर पर कड़ा कार्रवाई को लेकर टिप्पणी की थी।
6 जनवरी सुबह 4 बजे पटना पुलिस ने प्रशांत किशोर को हिरासत में लिया।
पटना पुलिस ने उन्हें सिविल कोर्ट में पेश किया।
प्रशांत किशोर को बेऊर जेल भेजा गया, लेकिन देर शाम करीब 7 बजे तक उन्हें सामान के साथ जमानत मिल गई।
7 जनवरी को उनका तबीयत बिगड़ गया, जिसके बाद उन्हें मेदांता हॉपिटल में भर्ति कराया गया।
कुछ समय तक उन्हें ICU में भर्ती कराया गया, 9 जनवरी को उन्हें देर शाम तक जनरल वॉर्ड में लाया गया।
सांसद पप्पू यादव ने 12 जनवरी को बिहार बंद करने का ऐलान किया है। आयोग ने 7 जनवरी को अंतरिम आंसर की जारी किया है, इसके अलावा आयोग ने सवालों से संबंधित अभ्यर्थियों से दावा आपत्ति के लिए 16 जनवरी तक का समय दिया है।
प्रशांत किशोर, पप्पू यादव और कार्यकर्ता से लेकर छात्र और छात्रा परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं। लेकिन आयोग का कहना है कि परीक्षा किसी भी हाल में रद्द नहीं होगी।
12 जनवरी को पप्पू यादव ने बिहार बंद करने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा, अगर तेजस्वी यादव शामिल होते हैं, तो इस पूरे आंदोलन का नेतृत्व वहीं करेंगे और हम पीछे हो जाएंगे। बता दें, पप्पू यादव ने मंगलवार को बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात कर परीक्षा रद्द करने की मांग का अनुरोध किया था।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें