BPSC परीक्षा: 14वें दिन प्रशांत किशोर खत्म किए अनशन

प्रशांत किशोर ने अनशन को तोड़ा
14वें दिन जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने अनशन को तोड़ दिया है (सोर्स - सोशल मीडिया)

जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर के आमरण अनशन का आज 14वां दिन था। उन्होंने आज यानी 14वें दिन पटना के LCT घाट स्थित जन सुराज आश्रम (अस्थाई कैंप) में अपने अनशन को खत्म कर दिया है। PK का अनशन 2 जनवरी की शाम 5 बजे से गांधी मैदान से शुरु हुई थी। BPSC अभ्यर्थियों ने जूस पिलाकर उनका अनशन खत्म करवाया है।

प्रशांत किशोर सबसे पहले गंगा नदी में स्नान किए, फिर बापू को प्रणाम किए, उसके बाद हवन-पूजन कर आश्रम में बने मंच पर पहुंचे। दरअसल, प्रशांत किशोर BPSC परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों के साथ 2 जनवरी की शाम 5 बजे से धरने पर बैठे थे। तबीयत बिगड़ने पर उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया, 11 जनवरी को तबीयत ठीक होने पर डिस्चार्ज किया गया। इस दौरान आज उन्होंने अपने अनशन को तोड़ दिया है।

छात्रों को सत्याग्रह की ट्रेनिंग मिलेगी

प्रशांत किशोर ने कहा, किराया देकर आश्रम में उपस्थित हुए हैं, क्योंकि सरकार लाठी न चला सके। PK ने मंच पर भाषण देते हुए कहा, चुनाव होने में अभी 8 महीने हैं, तब तक 1 लाख छात्रों और युवाओं को सत्याग्रह की ट्रेनिंग इसी आश्रम से देंगे। सभी को सत्याग्रह का सही ताकत समझाया जाएगा। 

बिहार से 1 लाख युवाओं को इस ट्रेनिंग में शामिल किया जाएगा। जो गांव और शहर में जाकर लोगों को जागरुक करेंगे कि सरकार क्या कर रही है, उनका क्या अधिकार है। यह योजना 20 जनवरी से शुरु होगी और 11 मार्च तक चलेगी। उन्होंने यह भी कहा, न्यायालय पर भरोसा कायम है, फैसला छात्र के हित में आएगा, अगर नहीं आया तो सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे।

प्रशांत किशोर X प्लेटफॉर्म पर बोले - अब सत्याग्रह मां गंगा कि गोद से होगा

नीतीश सरकार पर PK का निशाना

प्रशांत किशोर नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए बोले, बिहार के मुखिया नीतीश कुमार की मानसिक स्थिति की जांच की जाए। उनके मेंटल हेल्थ पर एक विज्ञप्ति जारी किया जाए कि वह स्वस्थ है या नहीं। PK ने 6 जनवरी को गांधी जी की मूर्ति के नीचे से हटाने वाले पदाधिकारियों पर निशाना साधते हुए कहा, जो लोग हमको वहां से हटाए थे, उनको कोर्ट में जवाब देना पड़ेगा। हम छोड़ेंगे नहीं।

अब 31 जनवरी को होगी सुनवाई

70वीं BPSC प्रारंभिक परीक्षा रद्द मामले को लेकर 16 जनवरी को पटना हाईकोर्ट में सुनवाई हुई, कोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया है। मुख्य न्यायाधीश अरविंद सिंह चंदेल की बेंच में सुनवाई हुई।
 
कोर्ट में सरकारी वकील पीके शाही और जन-सुराज के वकील वाईबी गिरी दोनों का लगभग 1 घंटा बहस चला। परीक्षा में अनियमितता को लेकर याचिकाकर्ता के वकील की तरफ से सभी सबूतों को पेश किया गया, तो दूसरी तरफ सरकारी वकील ने इस मामले को राजनीति से प्रेरित बताया।


कोर्ट BPSC को 30 जनवरी से पहले एफिडेविट सबमिट करने का समय दिया है। फैसला सुनाते हुए न्यायमूर्ती ने कहा, परीक्षा केंद्र की CCTV फुटेज में 1 बजकर 5 मीनट पर बापू सभागार परीसर से एक छात्र बाहर भागा। उसके बाद एक्स प्लेटफॉर्म पर सवाल को लीक किया गया था। इसलिए, यह आरोप बिल्कुल निराधार है। अगली सुनवाई 31 जनवरी को होगी।    



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