रूस में 8.8 तीव्रता का भूकंप; जापान-अमेरिका में सुनामी का अलर्ट

भूकंप के बाद स्कूल का दिवार गिरा
रूस में भूकंप से स्कूल का दिवार गिरा (सोर्स - सोशल मीडिया)

मॉस्को: रूस में 8.8 तीव्रता का भूकंप आया है। प्रशांत महासागर के किनारे 30 जुलाई 2025 को भारतीय समय अनुसार सुबह करीब 5 बजे रूस के कामचटका प्रायद्वीप में भूकंप आया है। "यूएस जिओलॉजीकल सर्वे" (USGS) के मुताबिक, धरती की सतह से 20.7 किलोमीटर की गहराई में भूकंप का केंद्र था। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, भूकंप के दौरान कामचटका में चार मीटर ऊँचा समुद्री लहर उठा। भूकंप के कारण कई इमारतों को नुकसान हुआ है।भूकंप के बाद अमेरिका और जापान में सुनामी का अलर्ट जारी किया गया है।

जापानी टेलिविजन चैनल NHK के मुताबिक, भूकंप का असर जापान में भी दिखा है। समुद्र में करीब 2 फीट ऊंची लहरें उठी है। जापान में भूकंप के बाद सुनामी का अलर्ट जारी किया गया है। रूस में आए इस भूकंप को दुनिया का छठा सबसे बड़ा भूकंप माना जा रहा है। जापान में लगभग 21 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इसके अलावा, जापान ने अपने फुकुशिमा परमाणु रिएक्टर को कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया है।


14 साल बाद 8.8 तीव्रता का भूकंप आया

USGS के मुताबिक, साल 2011 में जापान में 9.0 तीव्रता के तोहोकू भूकंप के बाद यह सबसे शक्तिशाली है।कामचटका प्रायद्वीप में आए 8.8 तीव्रता का भूकंप, भूकंपों की उस श्रृंखला में सबसे नया है जो 10 दिन पहले ही शुरू हो चुका था। 20 जुलाई को 6.6 और 7.4 तीव्रता का भूकंप आया था। UTC समय अनुसार, सुबह 4 बजे तक 5.0 तीव्रता की 24 झटके आए थे, जिनमें सबसे अधिक 6.3 और 6.9 शामिल है।

रूस में भूकंप से क्षतिग्रस्त हुआ मकान
रूस में भूकंप से क्षतिग्रस्त हुए मकान (सोर्स - सोशल मीडिया)

रूस में भूकंप आने की वजह क्या थी?

रूस में 8.8 तीव्रता का भूकंप "उथली रिवर्स फॉल्टिंग" की वजह से आई थी। भूकंप के स्थान पर, प्रशांत प्लेट उत्तरी अमेरिकी प्लेट के अनुरूप पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में लगभग 80 मिमी/वर्ष की गति से चल रही थी। उत्तरी अमेरिकी प्लेट उत्तरी अमेरिकी महाद्वीप से आगे पश्चिम तक फैली हुई है। भूकंप का स्थान और गति की अनुभूति कुरील-कामचटका चाप के सबडक्शन ज़ोन प्लेट इंटरफ़ेस पर भ्रंश के अनुरूप है। ऐसे भूकंपों को प्रमुख दोष क्षेत्र के साथ फिसलन के रूप में वर्णित किया जाता है।


दुनिया में भूकंप के बाद होने वाला तबाही

  • पृथ्वी पर हर साल 1 लाख से ज्यादा बार भूकंप आता है। लेकिन उनमें से लगभग 110 ऐसे होते है जो भीषण तबाही लाता है।
  • 15 जनवरी 1934 को भारत के बिहार में 8.1 की तीव्रता का भूकंप भीषण तबाही के साथ आया था, उस समय 30 हजार लोगों की मौत हुई थी।
  • 1920 में चीन में भूकंप के बाद लैंड स्लाइड हुआ था, जिसमें 2 लाख लोगों की मृत्यु हुई थी।

  • 1960 में चिली में भूकंप से 6000 लोगों की मौत हो गई थी, भूकंप की तीव्रता 9.6 था।

  • 1970 में पेरू में भूकंप के बाद हिमस्खलन हुआ था, जिससे 18 हजार लोगों की मौत हो गई थी।

  • 26 दिसंबर 2004 को इंडोनेशिया में भूकंप आया था। हिन्द महासागर में सुनामी आ गई थी, जिसमें लगभग 2.5 लाख लोगों की मृत्यु हो गई थी।


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