मोतिहारी में शौर्य वेदनम् महोत्सव का आयोजन

शौर्य वेदनम उत्सव कार्यक्रम
मोतिहारी में 'शौर्य वेदनम् उत्सव' कार्यक्रम का आयोजन

मोतिहारी: बिहार के मोतिहारी शहर में 7 और 8 मार्च को दो दिवसीय "शौर्य वेदनम् उत्सव" कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने 7 मार्च की सुबह 9 बजे दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। 8 मार्च को सुबह 9 बजे डिप्टी CM सम्राट चौधरी ने इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में भारतीय थल सेना, वायुसेना और जल सेना के जवानों ने सैन्य पराक्रम दिखाया।

संसदीय रक्षा समिति के अध्यक्ष और सांसद राधामोहन सिंह ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया और उनके नेतृत्व में इस कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम में थल सेना के मध्य भारत के DG पदम् सिंह शेखावत और बिहार-झारखंड के ब्रिगेडियर विकास भारद्वाज भी मौजूद रहें।

मोतिहारी में शौर्य वेदनम् उत्सव कार्यक्रम
मोतिहारी के गांधी मैदान में 'शौर्य वेदनम् उत्सव' कार्यक्रम का आयोजन


प्रदर्शनी में मौजूद आधुनिक हथियार

भारतीय थल सेना, वायु सेना और जल सेना के जवानों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया और आधुनिक हथियारों का प्रदर्शन किया। प्रदर्शनी में तोप, के-90, KNP रॉकेट लॉन्चर, और टैंक इत्यादि जैसी कई आधुनिक हथियार शामिल रहा। इसके अलावा सेना की कई अन्य कलाकृतियों को भी दिखाया गया।


कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य।

इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य, युवाओं को सेना से जोड़ना था। भारतीय सेना के अधिकारियों ने बताया कि कार्यक्रम से प्रभावित होकर देश का युवा रक्षा सेवाओं से जुड़ने के लिए प्रेरित होगा और देशभक्ति की भावना को मजबूत करेगा। जिससे आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में बड़ा योगदान होगा।


DG Resettlement जॉब फेयर

महोत्सव में 'DGR ESM जॉब फेयर' का भी आयोजन किया गया। सांसद राधामोहन सिंह ने जॉब मेला का उद्धघाटन किया। कार्यक्रम के दौरान सांसद राधामोहन सिंह, पुनर्वास महानिदेशालय (Directorate General Resettlement) मेजर जनरल SBK सिंह (सूबेदार मेजर), और अन्य कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहें।

DG Resettlement जॉब फेयर
सांसद राधामोहन सिंह पूर्व सैनिकों को योजनाओं का आश्र्वासन देते हुए।

DG Resettlement जॉब फेयर
सेना अधिकारी DG Resettlement जॉब फेयर की विशेषताओं को बतातें हुए।


पूर्व सैनिकों को मिलेगा रोजगार

इस जॉब मेला में 25 एक्स सैनिकों को देश के अलग-अलग निजी कंपनियों में रोजगार उपलब्ध कराया गया, जिसका उन्हें प्रमाण-पत्र भी उपलब्ध कराया गया। पूर्वी चंपारण जिला में कुल 8000 पूर्व रिटायर्ड सैनिक मौजूद है। यह जॉब मेला पूर्व सैनिकों के भविष्य को नई दिशा देने वाला साबित होगा।

सांसद राधामोहन सिंह ने कहा, सरकार पूर्व सैनिकों के लिए पहले से ही कई योजना चला रहीं है। लेकिन, इस जॉब फेयर के माध्यम से पूर्व सैनिकों को रोजगार एवं आर्थिक स्थिरता प्राप्त होगा। अपनी बात को खत्म करते हुए उन्होंने पूर्व सैनिकों के लिए कई अन्य योजनाओं के संचालन होने की भी बात कहीं।


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