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अनशन पर बैठे जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर (सोर्स - सोशल मीडिया) |
जन सुराज पार्टी के संस्थापक, प्रशांत किशोर ने 70वीं BPSC परीक्षा रद्द करने के लिए आयोग और नीतीश सरकार को 1 जनवरी तक का अल्टीमेटम दिया था। प्रदर्शन कर रहे छात्रों का एक प्रतिनिधि मंडल डेलिगेशन लेकर आयोग के मुख्य सचिव से मिला, जिस पर आयोग की तरफ से कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई। जिसके बाद प्रशांत किशोर आमरण अनशन पर बैठ गए हैं।
दरअसल, 29 दिसंबर 2024 को पटना के गांधी मैदान में महात्मा गांधी की मूर्ति के नीचे छात्र संसद का आयोजन किया गया था, जिसका नेतृत्व नेता प्रशांत किशोर कर रहे थे। गांधी मैदान प्रांगण से प्रशांत किशोर के जाने के बाद पटना पुलिस प्रशासन की तरफ से अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज किया गया।
30 दिसंबर को BPSC अभ्यर्थियों का एक प्रतिनिधिमंडल आयोग के मुख्य सचिव से मिला और तथ्य एवं सबूत से अवगत कराया, उन्होंने कहा कि हम कोशिश करेंगे इसका समाधान निकालने का, लेकिन कोई सकारात्मक सुनवाई नहीं हुआ। जिसके बाद 2 दिसंबर की शाम 5 बजे से प्रशांत किशोर और अभ्यर्थी गांधी मैदान में अनशन पर बैठे हुए हैं।
पटना पुलिस की चेतावनी
पुलिस ने प्रशांत किशोर से कहा कि आपको गांधी मैदान में अनशन करने के लिए अनुमति नहीं दी गई है। अधिकारियों ने कहा कि पटना हाई कोर्ट ने गर्दनीबाग एरिया को धरना प्रदर्शन के लिए चयन किया है; पिछले 7 वर्षों से जितने भी प्रदर्शन हुए हैं, वह गर्दनीबाग में ही हुआ है। बेहतर होगा कि आप वहां जाकर प्रदर्शन करें। अन्यथा पुलिस की तरफ से कठोर कार्रवाई की जाएगी।
छात्रों की मांग
एक तरफ अभ्यर्थी BPSC परीक्षा रद्द करने की मांग कर रही हैं, तो दूसरी तरफ विपक्ष के नेता छात्रों के समर्थन में खड़े हो चुके हैं। अनशन पर बैठे छात्रों ने परीक्षा रद्द करने की मांग करते हुए CM नीतीश कुमार से आग्रह करते हुए कहा, मुख्यमंत्री अभ्यर्थियों से आकर एक बार मिले। अगर वह कह देंगे कि एग्जाम कैंसिल नहीं होगी, तो हम बच्चे उनकी बात को स्वीकार कर लेंगे और अनशन खत्म कर देंगे।
प्रशांत किशोर की 5 बड़ी मांग
- 70वीं बीपीएससी परीक्षा में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई हो।
- 2015 से अभी तक नीतीश सरकार के द्वारा निश्चय के साथ किए गए वादों के हिसाब से 18 से 35 वर्ष के सभी बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दिया जाए।
- भ्रष्टाचार करने वाले दोषियों पर कार्रवाई की जाए।
- 25 और 29 दिसंबर को अतिरिक्त बल का प्रयोग कर लाठीचार्ज करने वाले अफसरों पर कार्रवाई किया जाए।
- बिहार के युवाओं एवं छात्रों के लिए सरकारी नौकरी में 2/3 हिस्सा सुनिश्चित करने का डोमिशाइल नीति लागू किया जाए। दूसरे राज्य के बच्चों के लिए सीट सुनिश्चित नहीं की जाए।
प्रशांत किशोर CM नीतीश पर साधे निशाना
- प्रशांत किशोर ने कहा, CM नीतीश कुमार के शासन में बिहार में पिछले 10 सालों में जितने भी प्रायोगिक परीक्षाओं में पेपर लीक हुआ है, उस पेपर लीक में किन-किन माफिया महोदय का हाथ है और उन पर उन्होंने क्या कार्रवाई की है, सरकार इसका एक स्वेत पत्र जारी करें।
- प्रशांत किशोर बोले नीतीश के राज में बिहार के बच्चों के साथ अन्याय हो रहा है। बिहार के CM नीतीश कुमार 2015 से बिहार के हर गांव और मुहल्ले में घूम-घूमकर कहे थे कि युवाओं को बेरोजगारी भत्ता मिलेगा। लेकिन अभी तक नहीं मिला है।
- बिहार लोकतंत्र की जननी है, लाठीतंत्र नहीं। हम इस लाठीतंत्र के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। पिछले 3 वर्षों में 100 से ज्यादा प्रदर्शन पर, चाहे वह आंगनबाड़ी हो, शिक्षक हो, या किसी भी वर्ग का धरना प्रदर्शन हो, सब पर नीतीश कुमार की सरकार ने लाठीचार्ज कराया है। यहां तक कि BJP के नेताओं को भी दौड़ा-दौड़ा कर लाठीचार्ज करवाया है।
- CM को अहंकार है कि वो छात्रों को लाठी से पिटकर भगाएंगे, लेकिन नीतीश कुमार यह जान लें कि बिहार लोकतंत्र की जननी है।
परीक्षा में सौदे का खुलासा
BPSC अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षा में 30 लाख से 2 करोड़ के बीच का सौदा हुआ है। उन्होंने कहा, आधे से ज्यादा सीटों का सौदा वैकेंसी से पहले ही हो चुका है। परीक्षा में हुए इस भ्रष्टाचार और अनियमितता के खिलाफ हम आवाज उठा रहे हैं। इसकी जांच हो और बच्चों को न्याय मिले।
सौरभ कुमार का छात्रों से निवेदन
- पटना के बापू सभागार परीक्षा केंद्र समेत 18 अन्य केंद्रों पर 4 जनवरी को दुबारा परीक्षा होने वाला है। छात्र नेता सौरभ कुमार ने पुनः परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों से एग्जाम का बहिष्कार करने का अनुरोध किया है। कहा, अनशन पर बैठे अपनी भाई और बहन की मरीयादा का ध्यान रखें।
- 3 और 4 जनवरी तक बिहार में जितने भी शैक्षणिक संस्थान और लाइब्रेरी हैं, उनको बंद कर दिया गया है। यह लड़ाई अभ्यर्थी और BPSC के बीच नहीं है। यह लड़ाई बिहार के युवा और सरकार के बीच है। उन्होंने दुसरे जिलों में भी युवाओं और छात्रों से कैंडिल मार्च निकालने को कहा है।
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