आंदोलन का 12वां दिन; चेयरमैन राज्यपाल से मिले, अंतिम निर्णय क्या था?

प्रदर्शन में मौजूद BPSC अभ्यर्थियों की तस्वीर

BPSC अभ्यर्थिर्यों का विरोध प्रदर्शन की तस्वीर। ( सोर्स - सोशल मीडिया )

पटना: बीपीएससी 70वीं संयुक्त परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे अभ्यर्थियों का धरना प्रदर्शन और आंदोलन का 12वां दिन था। छात्र, छात्रा और अन्य कई नेता विरोध प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों के साथ खड़े थे। फिर BPSC के चेयरमैन ने बिहार के राज्यपाल से मुलाकात की, मुलाकात के बाद पता चला कि आयोग दुबारा परीक्षा कराने को तैयार नहीं है।

क्या था 12 दिन का पूरा रिपोर्ट?

  • कैंडिडेट्स, सभी केंद्रो पर समाप्त हुए BPSC परीक्षा को कैंसिल करके दुबारा से एग्जाम कराने की मांग कर रहे थे। यह मामला 13 दिसंबर 2024 को पटना के बापू सभागार परीक्षा केंद्र पर परीक्षा के पैटर्न में अनियमितता को लेकर शुरु हुआ था।

  • 25 दिसंबर को अभ्यर्थियों का एक ग्रुप आयोग की दफतर के मुख्य द्वार पर पेपर को रद्द करने की मांग लेकर शांति पूर्वक विरोध प्रदर्शन कर रहा था। विरोध करने वाले छात्रों पर पटना पुलिस प्रशासन की तरफ से लाठीचार्ज किया गया। जिनमें कई अभ्यर्थी को गंभीर चोट आई और 1 छात्र की मौत भी हो गई थी।

  • जिसके बाद विपक्ष के कई दिग्गज नेता, जैसे राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, तेजस्वी यादव, पप्पू यादव और जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर समेत कई अन्य शिक्षक भी अभ्यर्थियों के साथ खड़े हो गए।

  • सभी ने मिलकर यह आरोप लगाया कि परीक्षा में हुए इस धांधली के लिए आयोग जिम्मेदार है। CM नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के लायक नहीं है।

  • इस पूरे मामले पर सांसद पप्पू यादव ने भी कहा, अगर आयोग इस मामले पर कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं करती है, तो हम 1 जनवरी को पुरा बिहार बंद करेंगे।


बीपीएससी अध्यक्ष ने राज्यपाल से मुलाकात की

आंदोलन के 11 दिनों के बाद BPSC के चेयरमैन "परमार रवि मनुभाई" ने बिहार के राज्यपाल "राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर" से मुलाकात किए। उन्होंने पूरी स्थिति के बारे में राज्यपाल को अवगत कराया। इसके बावजूद भी आयोग ने दुबारा परीक्षा कराने से इनकार कर दिया था।


प्रतिनिधिमंडल की मांग क्या थी?

बीपीएससी अभ्यर्थियों का एक "प्रतिनिधिमंडल" मुख्य सचीव से मिला। मुख्य सचीव कार्यालय के हवालें से जानकारी मिला कि छात्रों का "डेलिगेशन" मुख्य सचिव से मुलाकात में क्या मांग की है।

  • 70वीं BPSC परीक्षा रद्द हो।
  • अनियमितता का उच्चस्तरीय जांच हो।
  • अभ्यर्थियों के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं।
  • अभ्यर्थियों पर अतिरिक्त बल संलिप्त करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएं।
  • सोनू कुमार के परिवार को मुआवजा दिया जाएं।


उम्मीदवारों के लिए प्रशांत किशोर की प्रेस कॉन्फ्रेंस

जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने पटना के गांधी मैदान में छात्रों को एकजुट होने को कहा था। उन्होंने अभ्यर्थियों और युवाओं से गांधी मैदान में गांधी जी की मूर्ति के नीचे "महाजुटान" करने का अपील किया था।

  • प्रशांत किशोर ने युवाओं और छात्रों से कहा था कि जितने भी लोग गांधी को अपना प्रेरणा मानते हैं, वह यहां निश्चित पहुंचे।

  • सिर्फ BPSC ही नहीं, इसके पहले भी बीपीएससी और अन्य कई परीक्षाओं में होने वाले अनियमितता पर विशेष बात करेंगे।

  • सरकार की भ्रष्टाचार नीति और नकारात्मक पहलुओं पर भी बात करेंगे।

  • भविष्य में कभी भी ऐसी अनियमितता नहीं हो, इसलिए आपका महासभा में होना काफी आवश्यक है


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