प्रशांत किशोर का अनशन खत्म करने की वजह क्या थी?

जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर

70वीं BPSC आंदोलन के 14वें दिन प्रशांत किशोर के अनशन खत्म किया (सोर्स - सोशल मीडिया)

पटना: जन सुराज पार्टी के संस्थापक "प्रशांत किशोर" ने बीपीएससी आंदोलन के 14वें दिन अपना आमरण अनशन खत्म किया। उन्होंने पटना के LCT घाट स्थित जन सुराज आश्रम (अस्थाई कैंप) में अनशन को खत्म किया था। प्रशांत किशोर सबसे पहले "गंगा नदी" में स्नान किए, फिर उन्होंने बापू को प्रणाम किया, उसके बाद हवन-पूजन कर आश्रम में बने मंच पर पहुंचे। उसके बाद BPSC अभ्यर्थियों ने जूस पिलाकर उनका अनशन खत्म कराया।

दरअसल, प्रशांत किशोर ने अभ्यर्थियों के साथ "70वीं BPSC की प्रारंभिक परीक्षा" को रद्द करने की मांग कर रहें थे। 70वीं BPSC परीक्षा में अनियमितता के विरोध में शुरु हुए आंंदोलन के दौरान प्रशांत किशोर ने 2 जनवरी 2025 की शाम 5 बजे से पटना के गांधी मैदान में अनशन शुरु किया था। तबीयत बिगड़ा तो उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया। 11 जनवरी को तबीयत ठीक होने के बाद उन्हें डिस्चार्ज किया गया था।

हाई कोर्ट में 16 जनवरी को सुनवाई होने वाला था, तबीयत ठीक होने के बाद अभ्यर्थियों ने PK से अनशन तोड़ देने का अनुरोध किया। प्रशांत किशोर ने अभ्यर्थियों की बात मान ली और अभ्यर्थियों के अनुरोध पर उन्होंने अनशन को तोड़ दिया।


छात्रों को मिलेगा सत्याग्रह का प्रशिक्षण

प्रशांत किशोर ने कहा था कि किराया देकर आश्रम में उपस्थित हुए हैं, क्योंकि सरकार लाठी न चला सके। PK ने आश्रम के अंदर मंच पर भाषण देते हुए कहा, चुनाव होने में अभी 8 महीने हैं, तब तक 1 लाख छात्रों और युवाओं को सत्याग्रह की ट्रेनिंग इसी आश्रम से देंगे।

बिहार से 1 लाख युवाओं को इस ट्रेनिंग में शामिल किया जाएगा। जो गांव और शहर में जाकर लोगों को जागरुक करेंगे कि सरकार क्या कर रही हैं, उनका अधिकार क्या है। यह योजना 20 जनवरी से शुरु होगी और 11 मार्च तक चलेगी। उन्होंने कहा, न्यायालय पर भरोसा है, फैसला छात्रों के हित में आएगा, अगर नहीं आया तो सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे।


प्रशांत किशोर ने एक्स प्लेटफॉर्म पर कहा- अब मां गंगा की गोद से होगा सत्याग्रह


पीके ने नीतीश सरकार पर साधा निशाना

प्रशांत किशोर नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए बोले, बिहार के मुखिया नीतीश कुमार की मानसिक स्थिति की जांच की जाए। उनके मेंटल हेल्थ पर एक विज्ञप्ति जारी किया जाए कि वह स्वस्थ है या नही। PK ने 6 जनवरी को गांधी जी की मूर्ति के नीचे से हटाने वाले पदाधिकारियों पर भी निशाना साधते हुए कहा था कि जो लोग हमको वहां से हटाए थे, उनको कोर्ट में जवाब देना पड़ेगा।


अब 31 जनवरी को होगी सुनवाई

70वीं BPSC प्रारंभिक परीक्षा रद्द मामला को लेकर दायर याचिका पर 16 जनवरी 2025 को मुख्य न्यायाधीश अरविंद सिंह चंदेल की बेंच में पटना हाईकोर्ट में सुनवाई हुआ, जिसको कोर्ट ने खारिज कर दिया था। कोर्ट में सरकारी वकील पीके शाही और जन-सुराज के वकील वाईबी गिरी दोनों का लगभग 1 घंटा बहस चला। कोर्ट में सुनवाई के दिन परीक्षा में अनियमितता की सभी सबूतों को पेश किया गया, जिसको सरकारी वकील ने राजनीति से प्रेरित घोषित करार दिया था।


कोर्ट बीपीएससी को 30 जनवरी से पहले एफिडेविट सबमिट करने का समय दिया। फैसला सुनाते हुए न्यायमूर्ती ने कहा, परीक्षा केंद्र की CCTV फुटेज में 1 बजकर 5 मीनट पर बापू सभागार परीसर से एक छात्र बाहर भागता दिखा है, उसके बाद एक्स प्लेटफॉर्म पर प्रश्न पत्र लीक हुआ था। इसलिए, यह आरोप बिल्कुल निराधार है, अगली सुनवाई 31 जनवरी को होगा।


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